माल पुलिस ने सीएमओ आफिस को भेजी दो बार जांच रिपोर्ट, स्वास्थ्य विभाग चुप?

Jan 16 2023

माल पुलिस ने सीएमओ आफिस को भेजी दो बार जांच रिपोर्ट, स्वास्थ्य विभाग चुप?

लखनऊ। राजधानी के रहीमाबाद स्थित एक निजी अस्पताल में इंजेक्शन लगने के बाद गर्भवती
की मौत हो गई थी। परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले जांच के लिए पत्र लिखा है। लेकिन विभाग के अफसर सोते रहे करीब दो महीने तक क्यों सो रहे। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने जांच कमेटी बनाई है।
इसमें एक डॉक्टर व लिपिक को जांच में शामिल किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक मलिहाबाद के मनकौटी गांव के रहने वाले संतोष अपनी गर्भवती पत्नी केशाना को
भर्ती 11 अक्तूबर को अरीबा हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। डॉक्टर के इंजेक्शन लगाते ही गर्भवती हालत बिगड़ गई थी। पति ने अस्पताल पर मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने जांच के लिए सीएमओ आफिस को दो दफा पत्र भेजा था। इसके बाद भी जांच कमेटी नहीं गठित हुई। काफी सिफारिश बाद 22 दिसंबर को दो सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई। इसमें नर्सिंग होम के नोडल अफसर डॉ. एपी सिंह व दूसरा लिपिक को रखा गया। मामले में अभी तक जांच नहीं शुरू हुई है। ऐसे में अस्पताल पर शिकंजा नहीं कस पाया है। वहीं पुलिस भी मेडिकल एक्सपर्ट की
रिपोर्ट न मिलने से हाथ पर हाथ धरे बैठी है। इंस्पेक्टर रहीमाबाद अख्तियार अंसारी के मुताबिक, सीएमओ आफिस दो बार रिमांइडर भेजा जा चुका है। नर्सिंग
होम के नोडल अफसर डॉ. एपी सिंह के मुताबिक,जांच कमेटी गठित है। टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट पुलिस को भेजेगी। जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।